मैं हूँ और नहीं भी... मैं यहाँ ठहरा हुआ हूँ।
Sunday, August 26, 2012
ढोंग
मुझे खुशी का ढ़ोंग करने दो।
मुझे प्यार का ढ़ोंग करने दो।
मुझे होने का ढोंग करने दो।
मुझे जीने का ढोंग करने दो।
मैं खुश हूँ, मुझे प्यार है, मेरा वजूद है, मैं जिंदा हूँ।
इश्वर, मेरी मौत एक ढोंग न करना।
--- अतुल रावत
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